मुंबई.(देश दुनिया). सरकार द्वारा फिल्मों पर सेवा कर लगाने के प्रस्ताव के विरोध में फिल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया (एफएफआई) ने 23 फरवरी को देशव्यापी हड़ताल पर जाने की घोषणा की है। इस दिन देश भर के सिनेमाघरों में कोई फिल्म नहीं दिखाई जाएगी और न ही शूटिंग होगी। फिल्म निर्माताओं के संगठन एफएफआई ने सेवा कर प्रस्ताव का यह कहकर विरोध किया है कि इससे फिल्मों की लागत बढ़ेगी। इस बात की फिलहाल कोई जानकारी नहीं है कि यह हड़ताल एक दिन होगी या अनिश्चितकालीन। फिल्म उद्योग के करीबी सूत्रों ने बताया,फिल्मों से जुड़े ज्यादातर लोग इस हड़ताल में शामिल हो रहे हैं। केंद्र सरकार ने फिल्म निर्माण पर 10.3 प्रतिशत सेवा कर का प्रस्ताव रखा है। इससे कई फिल्मों का बजट पूरी तरह से गड़बड़ा जाएगा। निर्माताओं की अन्य संस्था फिल्म प्रोड्यूसर्स गिल्ड ने अनिश्चितकालीन हड़ताल का प्रस्ताव दिया है जबकि एफएफआइ ने एक दिन की हड़ताल का फैसला किया है। इस हड़ताल से कई फिल्म निर्माता प्रभावित होंगे जिनकी फिल्मों की शूटिंग चल रही है। हड़ताल से फिल्म उद्योग को सिर्फ आर्थिक नुकसान होगा। हमें वित्त मंत्रालय को पत्र लिख कर अपनी चिंताओं से वाकिफ कराना चाहिए। दूसरी तरफ अगर सरकार द्वारा प्रस्तावित सेवा कर पारित हो जाता है, तो इस फिल्म निर्माण की लागत काफी बढ़ जाएगी। निर्माता महेश भट्ट ने इस हड़ताल का समर्थन किया है। उनका कहना है, सरकार फिल्म उद्योग के प्रति बेपरवाह होती जा रही है.
No comments:
Post a Comment