नई दिल्ली . सेंसर बोर्ड की अध्यक्ष शर्मिला टैगोर का कहना है कि फिल्मों में कट लगाने या कोई दृश्य पूरा का पूरा हटाने की पुरानी पद्धति खत्म होनी चाहिए. सेंसर बोर्ड बदलते सामाजिक मूल्यों के साथ कदम से कदम मिला कर चलने की कोशिश कर रहा है. बोर्ड के प्रमाणपत्रों का वर्गीकरण इस प्रकार का हो कि उससे ही फिल्म की स्थिति स्पष्ट हो जाए. फिल्म से कोई दृश्य हटाया जाना कहानी को प्रभावित करता है और कभी तो पूरी फिल्म को ही नष्ट कर देता है.
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