मुंबई. (देश दुनिया).रितु पाठक ने अपनी क़ाबिलियत से यह साबित कर दिया है कि छोटे कस्बों से आने वाले लोग महानगरों में रहने वालों से किसी तरह कम नहीं होते। मध्य प्रदेश के एक छोटे से कस्बे की रहने वाली रितु उन गिने-चुने प्रतियोगियों में से हैं, जिन्होंने हिन्दी सिनेमा में कम वक़्त में बड़ा नाम कमाया है। हुनर को सामने लाने के लिए रिएलिटी शोज़ बड़ा प्लेटफॉर्म तो रहे हैं, लेकिन रितु पाठक जैसे बहुत कम लोग ही क़ामयाब हो पाते हैं। इंडियन आइडल 2 की टॉप टेन प्रतियोगियों में शामिल रहने के बाद रितु 2007 में मुंबई पहुंचीं। दो साल तक रितु ने सिर्फ लोगों से मेल-जोल बढ़ाया और संबंध बनाए। रितु पाठक का कहना है कि क़रीब दो साल तक मैं शंकर महादेवन से मिलती रही, और फिर उन्होंने मुझे ब्रेक दिया। फ़िल्म थी ‘हाउसफुल’ और गाना था ‘पापा जग जाएगा’, जो काफी मशहूर हुआ। उसके बाद मैंने पीछे मुड़कर नहीं देखा, और ‘एक्शन रीप्ले’, ‘हैलो डार्लिंग’ और ‘थैंक्यू’ जैसी बड़े बजट की फ़िल्मों में गाने गाए, लेकिन ‘पापा जग जाएगा’ निश्चित रूप से मेरी आज तक की सबसे बड़ी उपलब्धि है। अब रितु एक बार फिर मल्लिका की आवाज़ बनी हैं ‘डबल धमाल’ के ‘जलेबीबाई’ गाने में. उम्मीद है कि जिस तेजी के साथ रितु बॉलीवुड में आगे बढ़ रही हैं, वो उन्हें तरक्की के सबसे ऊंचे मुक़ाम पर ले जाएगा।
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